पाठ ७

ग्राफिक्स शामिल करना और पोजिशनिंग करना

यह पाठ यह दर्शाता है कि आप अपने डॉक्यूमेंट में बाहरी ग्राफ़िक्स फ़ाइलों को कैसे सम्मिलित कर सकते हैं, उनकी उपस्थिति (appearance) को कैसे परिवर्तित कर सकते हैं, और उन्हें PDF में उपयुक्त स्थान पर स्वचालित रूप से float करने योग्य कैसे बना सकते हैं।

LaTeX में बाहरी ग्राफ़िक्स को सम्मिलित करने के लिए graphicx पैकेज का उपयोग करें, जो LaTeX में \includegraphics कमांड जोड़ता है।

\documentclass{article}
\usepackage[T1]{fontenc}
\usepackage{graphicx}

\begin{document}
This picture
\begin{center}
  \includegraphics[height=2cm]{example-image}
\end{center}
is an imported PDF.
\end{document}

आप EPS, PNG, JPG और PDF फ़ाइलों को सम्मिलित कर सकते हैं। यदि आपके पास किसी ग्राफ़िक की एक से अधिक संस्करण हों, तो आप उदाहरण के लिए example-image.png लिख सकते हैं। (यदि आप एक्सटेंशन नहीं देते हैं, तो graphicx पैकेज स्वयं उसका अनुमान लगाने का प्रयास करेगा।)

आप देखेंगे कि हमने यहाँ एक नया एनवायरनमेंट center का उपयोग किया है, जिससे छवि को पृष्ठ पर क्षैतिज रूप से केंद्र में रखा गया है। थोड़ा आगे हम स्पेसिंग और पोज़िशनिंग के बारे में और विस्तार से चर्चा करेंगे।

ग्राफ़िक की उपस्थिति में परिवर्तन

\includegraphics कमांड में कई विकल्प होते हैं, जिनके माध्यम से सम्मिलित की गई छवियों के आकार और स्वरूप को नियंत्रित किया जा सकता है, तथा अनावश्यक भागों को हटाया जा सकता है। इनमें से कुछ विकल्प अत्यधिक उपयोग में लाए जाते हैं, इसलिए इनके बारे में जानना उपयोगी है।

सबसे सामान्य सेटिंग्स में width या height शामिल होती हैं, जिनसे छवि की चौड़ाई या ऊँचाई निर्धारित की जाती है। प्रायः इन्हें \textwidth, \linewidth या \textheight के सापेक्ष दिया जाता है। \textwidth और \linewidth के बीच का अंतर सूक्ष्म होता है, और अधिकतर स्थितियों में दोनों के प्रयोग का परिणाम समान ही होता है। \textwidth उस टेक्स्ट ब्लॉक की चौड़ाई को दर्शाता है जो वास्तविक पृष्ठ पर छपता है, जबकि \linewidth वर्तमान चौड़ाई होती है, जो स्थानीय रूप से भिन्न हो सकती है (यह अंतर विशेष रूप से twocolumn क्लास विकल्प के साथ स्पष्ट होता है)।

LaTeX छवि को स्वचालित रूप से इस प्रकार स्केल करता है कि उसका अनुपात (aspect ratio) सही बना रहे।

\documentclass{article}
\usepackage[T1]{fontenc}
\usepackage{graphicx}

\begin{document}
\begin{center}
  \includegraphics[height = 0.5\textheight]{example-image}
\end{center}
Some text
\begin{center}
  \includegraphics[width = 0.5\textwidth]{example-image}
\end{center}
\end{document}

आप छवियों को scale विकल्प द्वारा बड़ा या छोटा भी कर सकते हैं, अथवा angle विकल्प का उपयोग करके उन्हें घुमा (rotate) सकते हैं।

इसके अतिरिक्त, आप किसी छवि के अवांछित भागों को हटाने के लिए उसे clip कर सकते हैं तथा trim विकल्प का प्रयोग करके किनारों से छवि को काट सकते हैं।

\documentclass{article}
\usepackage[T1]{fontenc}
\usepackage{graphicx}

\begin{document}
\begin{center}
  \includegraphics[clip, trim = 0 0 50 50]{example-image}
\end{center}
\end{document}

छवियों को फ़्लोट बनाना

पारंपरिक टाइपसेटिंग में, विशेष रूप से तकनीकी डाक्यूमेंट्स में, ग्राफ़िक्स को डॉक्यूमेंट में किसी अन्य उपयुक्त स्थान पर स्थानांतरित किया जा सकता है। इसे फ़्लोट कहा जाता है।

आमतौर पर छवियों को फ़्लोट के रूप में सम्मिलित किया जाता है ताकि वे पृष्ठ पर बड़े खाली स्थान न छोड़ें और डॉक्यूमेंट का स्वरूप संतुलित बना रहे।

\documentclass{article}
\usepackage[T1]{fontenc}
\usepackage{graphicx}
\usepackage{lipsum}  % produce dummy text as filler

\begin{document}
\lipsum[1-4] % Just a few filler paragraphs

Test location.
\begin{figure}[ht]
  \centering
  \includegraphics[width=0.5\textwidth]{example-image-a.png}
  \caption{An example image}
\end{figure}

\lipsum[6-10] % Just a few filler paragraphs
\end{document}

यहाँ LaTeX ने ग्राफ़िक और उसका कैप्शन Test location पाठ से हटाकर दूसरी पृष्ठ के शीर्ष पर स्थानांतरित कर दिया, क्योंकि पहले पृष्ठ के निचले भाग में उसके लिए पर्याप्त स्थान नहीं था।

ht यह निर्धारित करता है कि LaTeX फ़्लोट को कहाँ रख सकता है; इन दो अक्षरों का अर्थ है कि फ़्लोट या तो उसी स्थान पर रखा जा सकता है जहाँ स्रोत में है (Test location के पास), या फिर पृष्ठ के शीर्ष पर।

आप अधिकतम चार स्थान-विनिर्देशक (position specifiers) का उपयोग कर सकते हैं:

आगे चलकर हम देखेंगे कि फ़्लोट्स को क्रॉस-रेफ़रेंस (cross-reference) कैसे किया जा सकता है, ताकि आप अपने पाठ से उन पर संकेत कर सकें।

आपने यह भी देखा होगा कि इस उदाहरण में छवि को क्षैतिज रूप से केंद्र में रखने के लिए \centering का प्रयोग किया गया है, न कि center एनवायरनमेंट का।
फ़्लोट के भीतर सामग्री को केंद्रित करने के लिए \centering का उपयोग करना उपयुक्त होता है, क्योंकि इससे फ़्लोट और center एनवायरनमेंट दोनों द्वारा अनावश्यक ऊर्ध्व स्थान नहीं जुड़ता।

अभ्यास

स्वयं द्वारा बनाई गई किसी छवि को सम्मिलित करने का प्रयास करें, जिससे आप हमारे डेमोंस्ट्रेशन में उपयोग की गई ‘मानक’ छवियों को प्रतिस्थापित कर सकें।

height, width, angle तथा scale विकल्पों का उपयोग करके देखें कि आप छवि के साथ क्या-क्या कर सकते हैं।

width कुंजी का उपयोग करके एक ग्राफ़िक को \textwidth के सापेक्ष तथा दूसरे को \linewidth के सापेक्ष आकार देने का प्रयास करें। यह परीक्षण करें कि ये दोनों विकल्प twocolumn विकल्प के साथ और बिना किस प्रकार कार्य करते हैं।

lipsum पैकेज का उपयोग करके एक पर्याप्त लंबा डेमोंस्ट्रेशन तैयार करें, फिर विभिन्न स्थान-विनिर्देशकों (position specifiers) के प्रयोग से फ़्लोट्स को अलग-अलग स्थानों पर रखने का प्रयास करें। यह देखें कि विभिन्न विनिर्देशक किस प्रकार एक-दूसरे के साथ कार्य करते हैं।